*भारतीय वकील ने अंतरराष्ट्रीय अपराधिक अदालत में चीन पर मुकदमा दायर किया*
_ICC ने तीन दिन बाद वकील को रिप्लाई दिया कि उनकी याचिका विचाराधीन_
मुंबई :- चीन से फैला वायरस, जिसका नाम है कोविड-19, अब चीन को ही बड़ा झटका लगाने वाला है। जहां एक तरफ ब्रिटिश संसद सहित कई यूरोपीय देश चीन पर वायरस फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। यह कोरोनावायरस दुनिया के विभिन्न देशों में कहर बरपा रहा है। फिलहाल अमेरिका इसका सबसे बड़ा शिकार बना हुआ है। भारत में भी कोरोना ने 500 से अधिक जान ले ली है। 15,000 से अधिक संक्रमित लोग भारत के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। 22 मार्च से भारत सरकार की संपूर्ण देश में लॉकडाउन घोषित किया हुआ है। जिसके कारण भारतीय अर्थव्यवस्था भी अनिश्चितता के दौर में चल रही है। सभी कारखाने और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद है। लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं।
मुंबई के रहने वाले आशीष सोहनी नामक वकील (जो मुंबई की कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं) ने चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत में ऑनलाइन पिटिशन दायर की थी। आज अंतरराष्ट्रीय अदालत ने रिप्लाई देते हुए बताया कि उनकी याचिका अंतरराष्ट्रीय अदालत में विचाराधीन है। *वकील आशीष सुहानी ने 190 लाख करोड़ का दावा चीन पर ठोका है।* आशीष ने बताया कि चीन की लापरवाही की वजह से यह कोरोनावायरस आज पूरी दुनिया में फैल चुका है और भारत के 135 करोड से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं, जिनका कम से कम 190 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है।
अब देखना यह है कि अंतरराष्ट्रीय अदालत इस केस को ट्रायल पर कब चलाती है। ब्रिटिश संसद पहले ही चीन के खिलाफ प्रस्ताव पास कर चुकी है। अन्य यूरोपीय देश जैसे इटली फ्रांस स्पेन आदि भी चीन पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं।