गांव नरा में तालाब का निरीक्षण करते हुए डीएम मुजफ्फरनगर


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मत चूको चौहान*पृथ्वीराज चौहान की अंतिम क्षणों में जो गौरव गाथा लिखी थी उसे बता रहे हैं एक लेख के द्वारा मोहम्मद गौरी को कैसे मारा था बसंत पंचमी वाले दिन पढ़े जरूर वीर शिरोमणि पृथ्वीराज चौहान वसन्त पंचमी का शौर्य *चार बांस, चौबीस गज, अंगुल अष्ठ प्रमाण!* *ता उपर सुल्तान है, चूको मत चौहान
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जाट गौरव महाराजा सूरजमल की जन्म जयंती पर विशेष महावीर संगल
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उठो बहादुरने हिंद वक्त की पुकार है वो दोरे शांति गया यह वक्त शांति नहीं फतेह नसीब तुम्भी हो अकेला चीन ही नहीं यह नज्म 15/11/1962 के युद्ध में जावेद अख्तर के पिता अय्यूब हसंन मनंजर कांधला की इस नज्म का ओल इंडिया रेडियो पर प्रसारण कीया गया था
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