महर्षि बाल्मीकि पर आप नेता ने की अभद्र टिप्पणी बाल्मीकि समाज में रोष अरविंद झंझोट

 आम आदमी पार्टी के प्रभारी द्वारा भगवान वाल्मीकि के बारे में अपशब्दों की टिप्पणी करने पर कड़े शब्दों में निंदा की अरविंद झंझोट

शामली 23 सितंबर 2022 को राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच के मुख्यालय मोहल्ला पंसारी आन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद झंझोट समय 1:00 अपने एक प्रेस बयान में कहा है कि राजस्थान निवासी हनुमानगढ़ प्रभारी आम आदमी पार्टी के नेता द्वारा पंजाब में की गई प्रेस वार्ता के दौरान भगवान वाल्मीकि जी के बारे में अपशब्दों की की गई टिप्पणी पर हम राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच एवं आदि अनार्य धर्म समाज की ओर से कड़े शब्दों में विरोध एवं निंदा करते हैं और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल जी से मांग करते हैं इस व्यक्ति की पार्टी से सदस्यता समाप्त की जाए और पंजाब सरकार के माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करते हैं भगवान वाल्मीकि जी के बारे में अपशब्दों की की गई टिप्पणी पर उक्त व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा कर उचित कड़ी कानूनी कार्रवाई कराए जाने की मांग करते हैं और माननीय महामहिम राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी एवं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध करते हुए कहा है कि और भविष्य में किसी भी धर्म के बारे में या उनके ईस्ट के बारे में या उनके धर्म गुरु के बारे में कोई भी अपशब्द गलत टिप्पणी करता है तो उसके विरुद्ध सख्त कानून बनाकर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है उक्त अवसर नंदू प्रसाद वाल्मीकि अरुण झंझोट कुमारी काजल बाल्मीकि प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच शामिल रहे भवदीय अरुण झंझोट

Popular posts
चार मिले 64 खिले 20 रहे कर जोड प्रेमी सज्जन जब मिले खिल गऐ सात करोड़ यह दोहा एक ज्ञानवर्धक पहेली है इसे समझने के लिए पूरा पढ़ें देखें इसका मतलब क्या है
एक वैध की सत्य कहानी पर आधारित जो कुदरत पर भरोसा करता है वह कुदरत उसे कभी निराश नहीं होने देता मेहरबान खान कांधला द्वारा भगवान पर भरोसा कहानी जरूर पढ़ें
मत चूको चौहान*पृथ्वीराज चौहान की अंतिम क्षणों में जो गौरव गाथा लिखी थी उसे बता रहे हैं एक लेख के द्वारा मोहम्मद गौरी को कैसे मारा था बसंत पंचमी वाले दिन पढ़े जरूर वीर शिरोमणि पृथ्वीराज चौहान वसन्त पंचमी का शौर्य *चार बांस, चौबीस गज, अंगुल अष्ठ प्रमाण!* *ता उपर सुल्तान है, चूको मत चौहान
Image
उठो बहादुरने हिंद वक्त की पुकार है वो दोरे शांति गया यह वक्त शांति नहीं फतेह नसीब तुम्भी हो अकेला चीन ही नहीं यह नज्म 15/11/1962 के युद्ध में जावेद अख्तर के पिता अय्यूब हसंन मनंजर कांधला की इस नज्म का ओल इंडिया रेडियो पर प्रसारण कीया गया था
Image
शामली खेड़ी कर्मू के निशांत सैनी ने गोल्ड मेडल जीत गांव व समाज का किया नाम रोशन
Image